चंडीगढ़ 11 अक्टूबर 2022 : हरियाणा सरकार ने भावांतर भरपाई योजना (Bhavantar Bharpai Yojana) के तहत प्रदेश के किसानों को इस खरीफ सीजन में 450 रुपए प्रति क्विंटल देने का निर्णय किया है । मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बाज़रे (MILLET) की खरीद पर घोषणा करते हुए कहा कि “सरकार भावांतर भरपाई के तहत 450 रुपए प्रति क्विंटल किसानों को देगी। एमएसपी और रेट के बीच के अंतर को कम करने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है।”
हरियाणा में खरीफ सीजन की फसलों की खरीद 1 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली यानी पीडीएस के तहत दिए जाने वाले बाजरा के लिए सरकार 1.60 लाख टन की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करेगी। किसानों से बाजरे की खरीद हैफेड के द्वारा की जायेगी।
इन किसानों को मिलेगा भावांतर भरपाई योजना का लाभ
Bhavantar Bhugtan Yojana: बाजरे के औसत बाजार भाव और MSP के अंतर (Price difference) को भावांतर माना जाएगा। मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत किसानों की फसल के सत्यापन बाद सही पाये गये किसानों को औसतन उपज पर 450 रुपये प्रति क्विंटल भावांतर दिया जाएगा। बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2350 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। जबकि हाजिर मंडियों में वर्तमान में बाजरे का भाव 1700 से 1900 के बीच चल रहा है।
बाजरा खरीद पर CM का बड़ा फैसला: MSP से कम रेट की 450 रुपया प्रति एकड़ देकर हरियाणा सरकार करेगी भरपाई.
मंडियों में आज का बाजरे का दाम
ऐलनाबाद (हरियाणा) बाजरी 1570-1780 रुपए, नोहर (राजस्थान) बाजरी 1820 से 1852 रुपए, रावतसर (राजस्थान) बाजरा 1800-1840 रुपए, सादुलपुर (राजस्थान) बाजरा 1775 रुपए, सिवानी (राजस्थान) बाजरा 1810 रुपए, दाहोद (गुजरात) बाजरा 1600/2000 रुपए, राजकोट (गुजरात) बाजरा भाव 2000-2200 रुपए और दिल्ली में बाजरे का रेट 1850 रुपए प्रति क्विंटल का रहा .