Mustard New Variety RH 1975: देश में सरसों की बुवाई (Mustard farming) का समय भी शुरू होने वाला है। सरसों की बुवाई का उपयुक्त समय अक्टूबर से नवंबर महीने के अंत का होता है। ऐसे में किसानों को सरसों की खेती से अधिक उत्पादन के लिए कीट रोगों के प्रति रोधक क्षमता रखने वाली उन्नत किस्मों के बीज का ही चयन करना चाहिए। वर्तमान में देश में विभिन्न प्रकार की सरसों किस्म मौजूद है, जो कम समय और सिंचाई में अधिक पैदावार देने में सक्षम है।
इस बीच हाल ही में हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कृषि वैज्ञानिकों ने अधिक उत्पादन देने वाली सरसों की नई किस्म आरएच-1975 (RH-1975) विकसित की है। इस किस्म को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि यह नई किस्म मौजूदा किस्म आरएच-749 (RH-749) से तकरीबन 12% अधिक पैदावार देगी।
10 साल बाद विकसित हुई सरसों की नई किस्म
गौरतलब है कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) द्वारा इससे 10 साल पहले यानी 2013 में सरसों की किस्म RH-749 को विकसित किया था । यानी वैज्ञानिकों ने 10 साल की कड़ी मेहनत के बाद सिंचित क्षेत्रों के लिए सरसों की इस नई उत्तम किस्म RH-1975 को विकसित किया है, सरसों की इस नई किस्म से किसानों को अधिक पैदावार मिल सकेगी। इससे किसानों की आय में भी इजाफा होगा।
RH-1975 से पैदावार में होगा इजाफा
कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने बताया कि 11-12 क्विंटल प्रति एकड़ औसत उत्पादन देने वाली अन्य क़िस्मों के मुक़ाबले RH-1975 किस्म जो की 14-15 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन क्षमता रखती है इसमें तेल की मात्रा लगभग 40 फ़ीसदी होगी। इससे यह किस्म किसानों के बीच अधिक फायदेंमंद साबित होगी।
इन क्षेत्रों में हो सकेगी RH- 1975 की खेती
कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उपमहानिदेशक (फसल) डॉ. टीआर शर्मा द्वारा RH- 1975 किस्म को सिंचित परिस्थिति में समय पर बिजाई के लिए चिन्हित किया गया है।
RH- 1975 किस्म हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मू व उत्तरी राजस्थान के सिंचित क्षेत्रों में बिजाई के लिए चिन्हित की गई है। वहीं अगले साल तक किसानों को इस नई किस्म का बीज उपलब्ध कराया जाएगा।
RH- 1975 किस्म को विकसित करने वाले वैज्ञानिक
सरसों की RH-1975 किस्म को विकसित करने में हकृवि (HAU) के वरिष्ठ वैज्ञानिकों में डॉ. राम अवतार, डॉ. विनोद गोयल, डॉ. राकेश पूनिया, डॉ. राजवीर सिंह, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. महावीर सिंह और डॉ. निशा कुमारी शामिल हैं। इस टीम को जम्मू में आयोजित कार्यशाला में सरसों के अनुसंधान क्षेत्र में बेहद अच्छे काम के लिए सर्वश्रेष्ठ केंद्र पुरस्कार भी मिला है। इस टीम ने पिछले साल 2022 में सरसों की 2 किस्में RH 1424 और RH 1706 बनाई थीं।
सबसे अच्छे अनुसंधान केंद्रों में शामिल है ये सरसों केंद्र
जानकारी के लिए आपको बता दें कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सरसों केंद्र देश के सबसे अच्छे अनुसंधान केंद्रों में से एक है। ऊपर बताई गई किस्मों से पहले इस अनुसंधान केंद्र ने साल 2018 में RH-725 किस्म को विकसितकिया था जो मौजूदा समय में किसानों के बीच सबसे अधिक लोकप्रिय किस्म बनी हुई है। यह किस्म हरियाणा के अलावा यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश में लगभग 20 से 25 प्रतिशत क्षेत्रों में बोई जाती है। यह आर.एच. 725 औसत 10-12 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन आराम से दे रही है।
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