जयपुर। आज सुबह जब आपने अपनी गाय या भैंस को चारा डाला, तो क्या आपने सोचा कि अगर ये बीमार पड़ जाए तो ₹50,000-₹60,000 का खर्चा कहाँ से आएगा? लेकिन अब आपको सोचने की ज़रूरत भी नहीं। जी हाँ प्रदेश में CM Mangala Pashu Bima Yojana की शुरुआत सोमवार 1 दिसंबर से शुरू हो चुकी है। राजस्थान सरकार इस साल 21 लाख पशुओं का फ्री बीमा करेगी। इस बार इस स्कीम के तहत “पहले आओ-पहले पाओ” के आधार पर बीमा (Insurance) का काम होगा, जबकि पिछले साल यह लॉटरी के द्वारा किया गया।। आपके पास भी अपने पालतू पशुओं का बीमा (Livestock Insurance) करवाने का ये सुनहरा मौका है, तो जितना जल्दी हो सके CM मंगला पशु बीमा योजना में अपना फॉर्म अप्लाई कर दें ।
पहले आओ पहले पाओ के आधार पर मिलेगा लाभ
पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने साफ कहा – इस बार कोई लॉटरी नहीं। पिछले साल लाखों किसानों को लॉटरी की वजह से मौका नहीं मिला था। अब ‘पहले आओ पहले पाओ‘ का नियम है। जो पहले पहुंचेगा, उसका पशु पहले बीमित होगा। इस बार अजमेर के जीरोता गांव की सुरता देवी ने इस साल की पहली दो भैंसों का बीमा करवाया।
योजना के तहत गांव-गांव में कैंप लगने शुरू हो गए हैं। इस बार बड़ा बदलाव ये है कि पशु चिकित्सक और सर्वेयर अब एक साथ काम करेंगे। पहले दो-तीन चक्कर लगाने पड़ते थे। अब शिविर में ही स्वास्थ्य प्रमाण पत्र और बीमा पॉलिसी एक साथ मिल जाएगी। पशुपालकों की मानें तो इससे 15-20 दिन की बचत होगी। Digital India का असली फायदा यही है – कम समय, कम चक्कर।
1 दिसंबर से हर गांव में कैंप: आपका क्या प्लान?
सोमवार से प्रदेश के हर राजस्व गांव में योजना बनाकर शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इसका मतलब साफ है – आपको अब तहसील या ब्लॉक ऑफिस नहीं जाना है। शिविर आपके दरवाजे पर आएगा। लेकिन आपको क्या-क्या लेकर जाना है? सिर्फ़ एक चीज़ – जन आधार कार्ड। इससे आपकी पहचान और पशु की पहचान लिंक होगी।
एक पशुपालक एक जन आधार पर कितने पशुओं का बीमा करा सकता है?
- दो गाय, या
- दो भैंस, या
- एक गाय और एक भैंस, या
- 10 ऊंट, या
- 10 भेड़ या 10 बकरियां
21 लाख पशुओं की लिमिट है। अगर आपके गांव में 200 पशु हैं और 150 पहले ही बीमित हो गए, तो बाकी 50 को मौका नहीं मिलेगा। इसलिए ‘पहले आओ-पहले पाओ’ वाला नियम सख्त है।
₹30 में या फ्री ऐप: पंजीकरण का चुनाव
सरकार ने दो रास्ते खोले हैं। पहला – फ्री मोबाइल ऐप। “मंगला पशु बीमा योजना 25-26” नाम का ऐप गूगल प्ले स्टोर पर आ चुका है। जन आधार डालिए, पशु की डिटेल डालिए, कुछ ही मिनटों में पंजीकरण हो जाएगा।
दूसरा तरीका – ई-मित्र कियोस्क पर ₹30 देकर रजिस्ट्रेशन। ये उन लोगों के लिए है जिनके पास स्मार्टफोन नहीं।
लेकिन ध्यान रहे – ऐप से रजिस्टर करना है तो खुद से करें। अगर दलाल या एजेंट ने कहा कि ₹500 लगेंगे, तो वो ठग है। मंत्री खुद कह चुके हैं – प्रोसेस फ्री है। Government Scheme के नाम पर धोखा हो रहा है, इसलिए सावधान रहें।
फटाफट एक्शन प्लान: आज ही ये 3 काम करें
आज 1 दिसंबर है और अभियान शुरू हो चुका है। अगर आप भी अपने पशु का बीमा करवाना चाहते हैं, तो तुरंत ये काम करें:
- जन आधार कार्ड निकालें: अगर नहीं है, तो नजदीकी ई-मित्र से बनवाएं। बिना इसके कोई एंट्री नहीं।
- ऐप डाउनलोड करें: गूगल प्ले स्टोर से “मंगला पशु बीमा योजना 25-26” सर्च करें। पहले खुद ट्राई करें।
- गांव का शिविर पूछें: सरपंच या पशु चिकित्सक से पूछें कि आपके गांव में कैंप कब लगेगा। शिविर के दिन पशु को लेकर जाएं।
21 लाख पशुओं की लिमिट जल्दी खत्म हो जाएगी। जो आज या कल तक एक्शन लेगा, उसी का बीमा होगा। बाकी को अगले साल का इंतज़ार करना पड़ेगा।
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