सर्दी में पशुपालन की चुनौती और चमत्कारिक नतीजे: अपनाएं ये 5 टिप्स, दूध उत्पादन होगा दोगुना
Winter Livestock Care Tips In Hindi- दिसंबर महीने की शुरुआत हो चुकी है, इसके साथ ही खेतों पर ओस की चादर और आपके पशुओं के बाड़े में आपकी गाय, भैंस या बकरी का ठिठुरता हुआ शरीर। ऐसे में भारत के करोड़ों पशुपालकों के लिए ये मौसमी बदलाव बड़ी चुनौती है। हमारे संवाददाता की टीम ने पाया कि सर्दियों में केवल 2-3 डिग्री तापमान गिरावट से Dairy Farming में 15-20% तक दूध की मात्रा घट सकती है। लेकिन सर्दियों में सही पशुधन की देखभाल (Winter Livestock Care) से ये नुकसान पूरी तरह उलटा जा सकता है। आज की इस रिपोर्ट में हम आपको ठंड से पशुओं को बचाने का सीक्रेट टिप्स (Animal Husbandry Tips) की जानकारी देने जा रहे है ताकि आप अपने पशुओं को ठंड से बचा सके और दूध का उत्पादन भी पड़ा सके। तो चलिए जानते है उपाय
बाड़े को बनाएं क़िलेबंद: ठंडी हवा और नमी का खेल खत्म

Caring for animals in winter- आपको अपने पशुओं के बाड़े को सिर्फ छत और दीवारों का ढांचा नहीं बनाना, बल्कि उपयोग एक सुरक्षा कवच की तरह करना चाहिए। राजस्थान , हरियाणा और पंजाब के बड़े डेयरी फार्मों का निरीक्षण किया तो उन्होंने दिखाया है कि बाड़े की दीवारों पर पुराने बोरे, तिरपाल या प्लास्टिक शीट चिपकाने से अंदर का तापमान 4-5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ाया जा सकता है।
इसके साथ ही फर्श पर सूखी भूसी, पुराना बोरा या फूस बिछाकर पशुओं का जानलेवा नमी से बचाव किया जा रहा है। हर सुबह 6 बजे और शाम को 7 बजे बिछावन बदलें। क्यों? क्योंकि एक रात में जमा हुई नमी बुखार, निमोनिया और खुर की सड़न का कारण बनती है। एक 50 पशुओं के फ़ार्म में रोज़ाना सफाई से 30% तक बीमारियां कम हुई हैं। इसे Farm Management का गोल्डन रूल मानिए।
पानी का तापमान: दूध उत्पादन का हिडन स्विच
आप सोच रहे होंगे – पानी तो पानी होता है। ग़लत। सर्दी में ठंडा पानी पीने से पशु का शरीर ऊर्जा बचाने के लिए पानी का सेवन ही कम कर देता है। परिणाम? दूध उत्पादन में 12-18% की गिरावट। हल्का गुनगुना पानी (30-35 डिग्री सेल्सियस) न सिर्फ़ पाचन को बेहतर बनाता है, बल्कि शरीर को आंतरिक गर्मी देता है।
एक प्रायोगिक फ़ार्म में हमने देखा: जिन गायों को गुनगुना पानी दिया गया, उनका दूध उत्पादन सामान्य तापमान वाले पानी पीने वाली गायों से 1.5 लीटर रोज़ाना ज़्यादा रहा। कल्पना कीजिए, 10 पशुओं पर ये 15 लीटर रोज़ाना का फ़ायदा! Milk Production बढ़ाने का ये सबसे सस्ता और असरदार फ़ॉर्मूला है।
चारे में बदलाव: जब गुड़ और चोकर बनें ऊर्जा का स्रोत
सर्दी में पशु का शरीर ऑटोमेटिकली 20% ज़्यादा ऊर्जा खर्च करता है। अगर उसे वही पुराना चारा मिलेगा, तो दूध उत्पादन तो घटेगा ही, वज़न भी गिरेगा। यहाँ Sustainable Agriculture का एक सिद्धांत काम आता है – सीज़नल डाइट एडजस्टमेंट।
गुड़, चोकर, सरसों की खल और हरा चारा – ये चारों सर्दी के सुपरफूड हैं। गुड़ शरीर को इंस्टेंट एनर्जी देता है, चोकर फाइबर से पेट भरता है, सरसों की खल प्रोटीन देती है और हरा चारा विटामिन्स का भंडार है। एक 300 किलो वाली गाय को रोज़ाना 100 ग्राम गुड़ और 500 ग्राम चोकर मिलाने से उसका दूध 2-3 लीटर बढ़ा। ये आंकड़ा पंजाब के लुधियाना ज़िले के 200 से ज़्यादा डेयरी फार्मों में सिद्ध हुआ है।

त्वचा और खुर: रोज़ाना 15 मिनट की दिनचर्चा
सर्दियों में पशुओं की त्वचा रूखी और खुर फटने लगते हैं। ये सिर्फ़ कॉस्मेटिक समस्या नहीं, बल्कि गंभीर संक्रमण का गेटवे है। रोज़ाना सुबह 10 बजे पशु को 15 मिनट के लिए धूप में बिठाएं। ये विटामिन-डी का सबसे अच्छा सोर्स है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को 40% तक बढ़ाता है। साथ ही, बालों की कंघी करने से रक्त संचार बेहतर होता है और त्वचा के संक्रमण कम होते हैं।
गीले या ठंडे माहौल में रहने वाले पशुओं में जुकाम और निमोनिया के मामले 60% ज़्यादा मिले हैं। एक सरल नियम – पशु को कभी भीगे बिछावन पर न सोने दें। रोज़ाना जांचें कि फर्श सूखा है या नहीं। ये Veterinary Care का सबसे बुनियादी क़दम है।
टीकाकरण: समय पर एक इंजेक्शन, लाखों का नुकसान बचाएं
सर्दियों में रिस्पिरेटरी डिज़ीज़ और पैरासाइट्स दोगुनी रफ़्तार से फैलते हैं। एक बार की लापरवाही पूरे फ़ार्म को संक्रमित कर सकती है। कीड़े मारने की दवाएं और वैक्सीन तय समय पर दें। कौन सा टीका कब? ये आपके क्षेत्रीय पशु चिकित्सक से तय करें, लेकिन अक्टूबर से जनवरी के बीच डिस्टेम्पर और फ़ूट एंड माउथ डिज़ीज़ के टीके ज़रूरी हैं।
भीड़भाड़ या गंदे माहौल में रखने से संक्रमण का खतरा 3 गुना बढ़ जाता है। हर पशु को उठने बैठने के लिए पर्याप्त जगह दें। थोड़ी सी सावधानी में लाखों रुपये का फ़ायदा है।
बड़ा सवाल: क्या आप अगले 90 दिनों में नुकसान उठाएंगे या फ़ायदा कमाएंगे?
1 दिसंबर 2025 से लेकर फरवरी के अंत तक का समय Animal Health के लिए निर्णायक है। ऊपर बताए गए पांचों टिप्स को अगर आपने आज से ही अपनाना शुरू कर दिया, तो अगले 30 दिनों में ही दूध उत्पादन में 10-12% का उछाल दिखना शुरू हो जाएगा। नुकसान? शून्य, क्योंकि ये सभी उपाय कम लागत वाले हैं।
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