Bandikui Mandi Bhav: अनाज मंडी में नए बाजरे की आवक शुरु हो गई है। नए बाजरे का सीजन हमेशा सितंबर लास्ट में शुरू होता था। लेकिन इस बार बरसात अधिक होने के कारण बाजरा जल्दी ही पक गया। ऐसे में मंडी में बाजरे की आवक 20 सितंबर के आसपास होना शुरू हो गया।
गत वर्ष शुरुआत में बाजरा 1500 से 2000 हजार कट्टे आए थे। लेकिन इस बार शुरुआत में बाजरा 4 हजार कट्टे तक आ रहा है। गत वर्ष जहां बाजरा 1500 से 1600 रुपए प्रति क्विंटल तक बिका था इस बार बाजरे के दाम 1900 रुपए से 2300 रुपए प्रति क्विंटल तक है। बाजरे का भाव भी इस बार गतवर्ष की अपेक्षा 400 रुपए तक अधिक है।
व्यापारियों ने बताया कि अभी बाजरा थोड़ा गीला आ रहा है। लेकिन अब धूप खिलने के कारण आने वाले दिनों में बाजरा सूखा आना शुरू हो जाएगा।
बांदीकुई मंडी व्यापरियों ने बताया कि शुरुआत में 4 हजार कट्टा बाजरा आने से उम्मीद है कि इस बार बाजरे की मंडी में बंफर आवक होगी। उन्होंने बताया कि अभी बाजरा कट रहा है। ऐसे में एक माह में मंडी में बाजरे की आवक 10 हजार से अधिक कट्टे होगी।
सरसों के भाव में आया उछाल
वहीं दूसरी तरफ़ ऑफ सीजन होने के बावजूद इन दिनों मंडी में सरसों की आवक 1000 कट्टे तक हो रही है। सरसों के दाम 10 दिन में 6 हजार से 6800 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच चुके है। जबकि इस साल सरसों के सीजन में दाम 5100 रुपए से 5200 रुपए प्रति क्विंटल भाव रहा था। इसका कारण सरकार की ओर से बाहर से तेल आयात पर 20 प्रतिशत टैक्स बढ़ोतरी माना जा रहा है।
इस समय सरसों का ऑफ सीजन है। ऐसे में गत वर्षों में देखे तो मंडी में ऑफ सीजन के दौरान 300 से 400 कट्टे सरसों की आवक थी। लेकिन अब इस समय एक हजार कट्टे सरसों की आवक हो रही है। इसकी वजह यह है कि सीजन के दौरान दाम कम होने से लोगों ने सरसों नहीं बेची थी। लेकिन अब दाम बढ़ने पर लोग सरसों को बेचने ला रहे है।
सरसों के दाम लगातार बढ़ने के कारण इसका असर सरसों तेल पर दिखाई दे रहा है। एक माह में सरसों तेल पर 30 रुपए तक बढ़ चुके है। वर्तमान में सरसों तेल के दाम थोक में 145 रुपए तक पहुंच चुके है। जबकि रिटेल में सरसों का तेल 150 प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है।
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