Moong-Urad Procurement 2023: राज्य सरकार ने मूंग और उड़द की सरकारी ख़रीद के लिए तैयारियाँ शुरू कर दी है। इस संबंध में किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा है कि “प्रदेश में विपणन वर्ष 2023-24 में मूंग और उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए 8 मई से पंजीयन शुरू होगा। किसान साथी ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द फसलों का पंजीयन 19 मई तक करवा सकेंगे।”
केंद्र सरकार की प्राईस सपोर्ट स्कीम गाईडलाइन के मुताबिक एक किसान से प्रतिदिन अधिकतम 25 क्विंटल की खरीद की जाएगी।
एमपी के इन 32 जिलों में होता है मूंग का उत्पादन
पटेल ने बताया कि प्रदेश के मूंग के अधिक उत्पादन वाले 32 जिले हैं। इसमें नर्मदापुरम्, नरसिंह पुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा और बड़वानी प्रमुख हैं। इसके अलावा मुरैना, बैतूल, श्योपुरकलां, भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी, अशोक नगर, बालाघाट और इंदौर में इसकी अच्छी पैदावार होती है। इन सभी में रजिस्ट्रेशन केंद्र खोले जा रहे हैं।
प्रदेश के 10 बड़े उड़द उत्पादक जिले
इसी प्रकार उड़द के अधिक उत्पादन वाले 10 जिले हैं. इनमें जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मंडला, उमरिया, सिवनी एवं बालाघाट शामिल हैं। इनमें भी किसानों के रजिस्ट्रेशन के लिए केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। मार्केटिंग सीजन 2023-24 के लिए अभी इनकी MSP नहीं घोषित हुई है। ऐसे में क़यास लगाये जा रहे है कि सरकार जून माह के पहले हफ़्ते में नए MSP रेट की घोषणा कर देगी।
कितना हो सकता है एमएसपी?
विपणन सीजन 2022-23 में मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 7755 रुपए प्रति क्विंटल था। जबकि उड़द का एमएसपी 6600 रुपये तय किया गया है। मार्केटिंग सीजन 2021-22 के मुकाबले 2022-23 में मूंग की एमएसपी में 480 और उड़द की एमएसपी में 300 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई थी।
ऐसे में मूंग का नया एमएसपी मूल्य इस बार 8000 रुपये प्रति क्विंटल के ऊपर निर्धारित किया जा सकता है। इसी प्रकार उड़द का एमएसपी 7000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच सकता है।
बीते साल इतनी हुई ख़रीद
जानकारी के लिए आपको बता दे की अब बिना रजिस्ट्रेशन के कोई भी फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर नहीं खरीदी जा रही है। पिछले साल यानी 2022 में मध्य प्रदेश में 2 लाख 34 हजार 772 किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। बीते साल केंद्र सरकार द्वारा मूंग की खरीद के लिए एमपी को 2 लाख 75 हजार 645 मीट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित किया था। जबकि राज्य सरकार ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए 3.5 लाख मीट्रिक टन मूंग की खरीद की थी।
अब ये देखना महत्वपूर्ण होगा की अबकी बार कितने किसान न्यूनतम मूल्य पर मूंग और उड़द बेचने के लिए कितने किसान रजिस्ट्रेशन करवाते हैं, और सरकार द्वारा मूंग एवं उड़द के न्यूनतम समर्थन मूल्य में कितनी बढ़ोतरी की जाएगी।