Mustard Price Report: तेल मिलों की कमजोर मांग से सरसों में नरमी, दैनिक आवक घटी

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Mustard Price Report: बढ़े भाव में तेल मिलों की मांग कमजोर होने से घरेलू बाजार में शनिवार को लगातार 3 ​दिनों की तेजी के बाद सरसों के दाम नरम हो गए। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 25 रुपये नरम होकर दाम 5675 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक घटकर 11.25 लाख बोरियों की रह गई।

बारिश एवं ओलावृष्टि से सरसों की फसल को नुकसान

सरसों के उत्पादक राज्यों राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, एवं मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में पिछले 24 घंटों के दौरान बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। व्यापारियों के अनुसार सरसों तेल में बढ़े भाव में मांग नहीं सुधरने से सरसों के दाम नरम हुए हैं। हालांकि उत्पादक राज्यों में खराब मौसम का दौर जारी रहा तो मौजूदा भाव में ज्यादा मंदे के आसार नहीं है। इसे भी देखें : PMFBY Toll Free Number: राजस्थान के किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना क्लेम के लिए इन टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर पर करें कॉल

विदेशी बाज़ारों में खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी के संकेत

जानकारों के अनुसार अर्जेंटीना में प्रतिकूल मौसम की मार सोयाबीन की फसल पर पड़ रही है, साथ ही मलेशिया में भी प्रतिकूल मौसम का असर पाम के उत्पादन अनुमान पर रहेगा। इंडोनेशिया घरेलू बाजार में कीमतों को नियंत्रित करने के लिए पाम की स्थानीय खपत बढ़ायेगा। ऐसे में विश्व बाजार में आगे खाद्य तेलों (Edible Oil) की कीमतों में सुधार आने के आसार हैं। इसका असर घरेलू बाजार में सरसों एवं तेल की कीमतों पर भी रहेगा।

सरसों तेल में गिरावट

जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें शनिवार को 15-15 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 1098 रुपये और 1088 रुपये प्रति 10 किलो रह गई। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 25 रुपये कमजोर होकर भाव 2475-2480 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गए।

सरसों की कुल आमदन

देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक शनिवार को घटकर 11.25 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में इसकी आवक 12.50 लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 5.50 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 1.40 लाख बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 1.35 लाख बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 50 हजार बोरी तथा गुजरात में 80 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 1.70 लाख बोरियों की आवक हुई।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जगत पाल पिलानिया है ! मैं ई मंडी रेट्स (eMandi Rates) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों को फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाना है। ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है।

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