कृषि समाचार: साल 2023 में उत्तर पश्चिमी भारत में मार्च तक 86 फीसदी कम बारिश, रबी फसलों की बुवाई का रकबा बढ़ा

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

नई दिल्ली कृषि समाचार 2023 : मौसम विभाग के अनुसार जनवरी के प्रथम सप्ताह में उत्तर व उत्तर पश्चिमी इलाकों में शीतलहर व धुंध जारी रहने की रिपोर्ट। विभाग के अनुसार पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा पश्चिमी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान में अगले 3 दिन तक धुंध व ठण्ड के साथ-साथ कड़ाके की ठण्ड पड़ सकती है। इस बार दिसंबर के महीने में तापमान सामान्य से अधिक रहा। मौसम विभाग ने अभी हाल ही में कहा कि जनवरी से मार्च तक उत्तर भारत में बारिश औसत से 86% कमजोर रह सकती है। मध्य प्रदेश, दक्षिणी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान में न्यूनतम व अधिकतम तापमान के बीच का अंतर अधिक नहीं रहेगा परन्तु पंजाब व हरियाणा में तापमान सामान्य से अधिक रहने की रिपोर्ट दी गयी।

रबी फसलों को बारिश की सख्त जरुरत

लगभग सभी रबी फसलों को बारिश की सख्त जरुरत। गेहं व जौ की फसल को चाहिए कम तापमान । जबकि अन्य फसल जैसे कि चना, मसूर, सरसों, ज्वार, बाजरा, मक्का के लिए तापमान अच्छा परन्तु इन फसलों को बारिश की जरुरत। सभी राज्यों में गेहूं बिजाई बढ़ी, बिजाई समाप्ति की ओर। मक्का बिजाई में सबसे अधिक बढ़ोत्तरी, अन्य मोटे अनाज ज्वार, बाजरा की बिजाई बढ़ी। उम्मीद के अनुसार सरसों बिजाई गत वर्ष के 86.56 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 92.22 लाख हेक्टेयर पहुंचीं। कुल रबी बिजाई जो गत वर्ष 617.43 लाख हेक्टेयर थी बढ़कर 645 लाख हेक्टेयर पहुंची।

पंजाब कृषि विभाग के अनुसार पंजाब में इस वर्ष गेहूं बिजाई घटी, तिलहन की बढी। इस वर्ष गेहूं बिजाई बिजाई 38.90 लाख हेक्टेयर पहुंची जो गत वर्ष 35.26 लाख हेक्टेयर थी। करीब 36 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल गेहूं की जगह सरसों में तब्दील।

ब्राजील में लगातार दूसरे वर्ष गेहूं का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद, इस वर्ष गेहूं का उत्पादन रिकॉर्ड 95 लाख टन पहुँच सकता है जो 2021 से 24% अधिक। उत्पादन बढ़ने के बावजूद 120 लाख टन की खपत को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भरता बनी रहेगी। अर्जेंटीना किसानों ने डॉलर स्कीम के तहत 2022-23 सीजन में गेहूं की बिक्री 64 लाख टन की जो कुल उत्पादन 134 लाख टन का 48% है। वर्ष 2022 में रशिया से आटा निर्यात 3 गुना बढ़कर 7.22 लाख टन पहुंचा। 2021 में आटा निर्यात 2.60 लाख टन था।

राजस्थान गुजरात में रबी सीजन 2022-23 फसलों का बिजाई रकबा

31 दिसंबर 2022 तक {गुजरात} में रबी फसलों का बिजाई रकबा (हेक्टेयर में)
फसल: इस वर्ष / गत वर्ष
गेहूँ: 12,71,976 / 12,02,156
ज्वार: 15,219 / 13,124
मक्का: 1,03,573 / 84,837
अन्य अनाज: 10,353 / 9,334
कुल अनाज: 13,98,856 / 13,09,451
चना: 7,58,059 / 10,19,950
अन्य दालें: 42,113 / 41,247
कुल दालें: 8,00,172 / 10,61,197
सरसों: 3,04,723 / 3,35,243
अन्य तिलहन: 2142 / 330
कुल तिलहन: 3,06,831 / 3,35,573
गन्ना: 1,66,938 / 2,00,098
जीरा: 2,74,995 / 3,00,401
धनिया: 2,21,836 / 1,25,171
इसबगोल: 13,050 / 11,507
सौंफ: 50,837 / 36,399
कुल: 43,86,859 / 44,89,546

30 दिसंबर तक राजस्थान में रबी 2022-23 फसलों का बिजाई एरिया (हेक्टेयर में)
जींस / बिजाई 2021 / बिजाई 2022
गेहूं / 2715340 / 2967100
जौ / 316650 / 409540
कुल मोटे अनाज / 3031990 / 3376650
चना / 2041580 / 2140920
अन्य दलहन / 28160 / 32020
कुल दलहन / 2069740 / 2172940
सरसों / 3391730 / 3852000
तारामीरा / 141300 / 120170
लिंसीड / 6870 / 11120
कुल तिलहन / 3539900 / 3983290
कुल बिजाई / 10039150 / 10944520

Read Also: Nano DAP: खुशखबरी! किसानों को जल्द मिलेगी नैनो डीएपी, सस्ते रेट में खरीद सकेंगे किसान

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जगत पाल पिलानिया है ! मैं ई मंडी रेट्स (eMandi Rates) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों को फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाना है। ई-मंडी रेट्स (e-Mandi Rates) देश का पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो बीते 5 सालों से निरन्तर किसानों के हितों में कार्य कर रहा है।

Leave a Comment

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now