नई दिल्ली, 20 अगस्त: कृष्ण जन्माष्टमी के चलते कल यानि शुक्रवार को दिल्ली एवं मुंबई के दलहन बाजार बंद रहे, जबकि महाराष्ट्र की कुछ मंडियों में देसी अरहर की कीमतों में तेजी देखने को मिली , वहीं चेन्नई में उड़द के भाव भी चढ़े। जबकि मसूर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि चना एवं मूंग के भाव लगभग स्थिर बने रहे।
महाराष्ट्र की अकोला और अमरावती मंडियों में देसी अरहर के दाम तेज हुए, जबकि सोलापुर, अहमदनगर और नागपुर में भाव लगभग स्थिर बने रहे। व्यापारियों के अनुसार देसी अरहर में अच्छी क्वालिटी के मालों में स्टॉकिस्टों की बिकवाली कमजोर है, जबकि नई फसल की आवक दिसंबर में बनेगी। केंद्रीय पूल में स्थिर बने रहे। अरहर का बकाया स्टॉक कमजोर है, इसलिए अभी बड़ी गिरावट के आसार कम है।
अकोला मंडी में देसी मसूर के बिल्टी भाव 50 रुपये तेज होकर 8,075 से 8,100 रुपये प्रति क्विटल हो गए, जबकि अमरावती मंडी में दाम 100 रुपये तेज होकर 7,250 से 8,300 रुपये प्रति क्विटल बोले गए। अहमदनगर मंडी में इसके भाव 7,550 से 7,850 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
इसे भी देखें : सरसों में ज्यादा घटबढ़ की संभावना नहीं, देखें आज के ताजा मंडी भाव
अरहर का आयात घटा
सूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2022-23 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान अरहर का आयात 78,743 टन का हुआ है, जबकि वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 75,551 टन का ही हुआ था। चालू वित्त वर्ष के जुलाई में आयात घटकर 12,434 टन का ही हुआ है, जबकि पिछले साल जुलाई में इसका आयात 37,000 टन का हुआ था।
उड़द में बड़ी तेजी की संभावना नहीं
बर्मा में उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव सितंबर शिपमेंट सीएडएफ चेन्नई के लिए क्रमशः 880 डॉलर और 1,020 डॉलर प्रति टन पर स्थिर बने रहे। इस दौरान लेमन अरहर के भाव 940 डॉलर प्रति टन के पूर्वस्तर पर टिके रहे।
उत्पादक राज्यों में मौसम अनुकूल रहा तो सितंबर में नई उड़द की आवक मंडियों में शुरू हो जायेगी, तथा अक्टूबर में इसकी दैनिक आवकों में बढ़ोतरी होगी। उड़द में बड़ी तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए। बर्मा में उड़द का बकाया स्टॉक ज्यादा है, साथ ही भारत सबसे बड़ा आयातक है। अतः घरेलू फसल आने पर बर्मा में इसकी कीमतों पर दबाव बन सकता है।
चेन्नई में उड़द एसक्यू के हाजिर डिलीवरी के दाम बढ़कर 8,150 रुपये, सितंबर डिलीवरी के भाव 8,200 रुपये प्रति क्विटल बोले गए। इस दौरान एफएक्यू उड़द के भाव 7,125 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
मसूर के दाम घटे
विश्व बाजार में मसूर के दाम घटने के साथ ही सस्ते आयात से कोलकाता और दिल्ली में इसकी कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। कनाडा के साथ ही ऑस्ट्रेलिया में मसूर के उत्पादन अनुमान में बढ़ोतरी से अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतों पर अभी दबाव बने रहने की संभावना है।
कोलकाता में कनाडा की मसूर के दाम 50 रुपये कमजोर होकर भाव 6350 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, जबकि ऑस्ट्रेलिया मसूर के भाव भी 50 रुपये कमजोर होकर दाम 6350 से 6475 रुपये प्रति क्विटल बोले गए।
दिल्ली में कनाडा की मसूर के भाव 50 रुपये घटकर 6,550 रुपये और मध्य प्रदेश की मंडियों में देसी मसूर के भाव 75 रुपये कमजोर होकर 6,935 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
नई मूंग की आवक शुरू
कर्नाटक की प्रमुख मंडियों में खरीफ सीजन की नई मूंग की आवक शुरू हो गई है। दिल्ली डिलीवरी का व्यापार 6,850 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हुआ है। जानकारों के अनुसार मौसम साफ रहा तो आगागी दिनों में खरीफ मूंग की आवक बढ़ेगी, जिससे कीमतों में गिरावट आ सकती है। उधर महाराष्ट्र की जलगांव मंडी में मूंग के दाम 100 रुपये कमजोर होकर 6,100 से 6,700 रुपये प्रति क्विटल रह गए, जबकि चमकी मूंग के भाव 7,000 से 7,500 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। राजस्थान हरियाणा की मंडियों की बात करें तो श्री गंगानगर मंडी में मूंग का भाव 5875 रुपए, घड़साना मूंग 6080 रुपए, जयपुर मूंग 6850 रुपए, ऐलनाबाद मूंग 5700 रुपए, सिवानी मूंग 5700 रुपए, सिरसा मूंग 6100 रुपए प्रति क्विंटल बोले गये ।
दिल्ली में राजस्थानी चना के दाम 4,975 से 5,000 रुपये और मध्य प्रदेश के चना के भाव 4,925 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
दलहनी फसलों की बुआई का रकबा 5.34 फीसदी घटा
कृषि मंत्रालय के अनुसार 19 अगस्त 2022 तक खरीफ सीजन 2022 के दौरान दलहनी फसलों की बुआई 5.34 फीसदी घटकर 125.57 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई 132.65 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी ।






