नई दिल्ली : किसानों के लिए राहत भरी खबर, केंद्र सरकार ने खरीफ सीजन 2022-23 की बुवाई के समय में DAP खाद पर मिलने वाली सब्सिडी की राशि को बढ़ाकर 2501 रुपये किया गया है। सरकार द्वारा इससे पहले रबी सीजन में सब्सिडी बढ़ाई गई थी। साल 2020-21 में डीएपी पर सब्सिडी 512 रुपए प्रति बोरी थी जिसे रबी सत्र 2021-22 (अक्टूबर 2021) में बढ़ाकर 1650 रुपये प्रति बैग किया गया था। केंद्र सरकार ने पिछले साल के बजट जोकि 57,150 करोड़ रुपए था को बढ़ाकर खरीफ सीजन के लिए 60,939 रुपए करने का फैसला लिया है।
डीएपी खाद पर सब्सिडी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने खरीफ सीजन-2022 (01 अप्रैल 2022 से 30 सितम्बर 2022 तक) के लिए फॉस्फेट और पोटास (पीएंडके) उर्वरकों के लिए पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (एनबीएस) दरों से संबंधित उर्वरक विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
खरीफ सीजन में धान जैसी फसलों के लिए उर्वरकों की जरूरत होती है। 20 अप्रैल को हुए खरीफ सम्मेलन में केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा था कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए खाद्यान्न का राष्ट्रीय लक्ष्य चालू वर्ष के दौरान 3160 लाख टन के अनुमानित उत्पादन की तुलना में 3280 लाख टन निर्धारित किया गया है। दलहन और तिलहन के लिए वित्त वर्ष 2022-23 के लिए खाद्यान्न का राष्ट्रीय लक्ष्य क्रमशः 295.5 लाख टन व 413.4 लाख टन निर्धारित किया गया है। पोषक अनाजों के उत्पादन का लक्ष्य वित्त वर्ष 2021-22 के 115.3 लाख टन से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 205.0 लाख टन कर दिया गया है।
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने ट्वीट करके कहा कि प्रधानमंत्री की सरकार ने DAP पर भी प्रति बैग सब्सिडी को बढ़ाकर 2,501 रुपए कर दिया है जो कि रबी सीज़न 2021-22 में 1,650 रुपए प्रति बैग और वर्ष 2020-21 में 512 रुपए थी।
भारतीय रसायनों के निर्यात ने वित्त वर्ष 2013-14 की तुलना में वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 106 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कराई है। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान रसायनों के भारतीय निर्यात ने रिकॉर्ड 29296 मिलियन डॉलर का आंकड़ा छू लिया, जबकि वित्त वर्ष 2013-14 में रसायनों का भारतीय निर्यात 14210 मिलियन डॉलर का रहा था।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण व कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट में इस उपलब्धि को रेखांकित करते हुए कहा कि निर्यात में वृद्धि से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा मिलेगा।
किसानों को कितने में मिलेगा DAP बैग (DAP Khad Price 2022)
सरकार द्वारा यह जो सब्सिडी बढ़ाई गई है इसकी राशि उर्वरक बनाने वाली कम्पनियों को दी जाती है। जिससे किसानों को बाजार में जो उर्वरक मिलता है वह सब्सिडी के बाद ही मिलता है। अर्थात् कैबिनेट के इस फ़ैसले के बाद किसानों को डीएपी पुराने भाव पर ही मिलेगा। उसमें किसी तरह की कमी या बढ़ोतरी नहीं होगी ।
फैसले के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि किसानों को पुरानी कीमत यानी 1350 रुपए में ही DAP का एक बैग मिलेगा। जबकि सरकार सब्सिडी के तौर पर 2501 रुपए खर्च का भार उठाएगी। उन्होंने बताया कि अंतराष्ट्रीय बाज़ारों में कच्चे माल के संकट की वजह से फ़र्टिलाइज़र की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। इस वजह से DAP का एक बैग 3851 रुपए का होना चाहिए, लेकिन सरकार किसानों को प्रति बैग 1350 रुपए में ही उपलब्ध कराएगी। बाक़ी 2501 रुपए की कीमत का भार सब्सिडी के तौर पर सरकार देगी।
पृष्ठभूमि:
सरकार उर्वरक उत्पादकों/आयातकों के माध्यम से किसानों को रियायती कीमतों पर यूरिया और 25 ग्रेड पीएंडके उर्वरक उपलब्ध करा रही है। एनबीएस योजना द्वारा पीएंडके उर्वरकों पर सब्सिडी 01 अप्रैल 2010 से नियंत्रित की जा रही है। उर्वरकों और अन्य घटक यानी यूरिया, डीएपी, एमओपी और सल्फर की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में भारी वृद्धि को देखते हुए, सरकार ने डीएपी सहित पीएंडके उर्वरकों पर सब्सिडी बढ़ाकर बढ़ी हुई कीमतों को वहन करने का निर्णय लिया है। उर्वरक कंपनियों को स्वीकृत दरों के अनुसार सब्सिडी जारी की जाएगी, ताकि वे किसानों को महंगी दर के बजाय सस्ती कीमत पर उर्वरक उपलब्ध करा सकें। Source: रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय
डीएपी पर कितनी सब्सिडी है?
साल 2022-23 में डीएपी खाद के प्रति बैग पर मिलने वाली सब्सिडी को 1650 रुपये से बढ़ाकर 2501 रुपये कर दिया गया है।
डीएपी खाद का रेट 2022
सरकार द्वारा खरीफ सीजन 2022-23 में DAP खाद की सब्सिडी की राशि को बढ़ाकर 2501 रुपये किया गया है। गौरमतलब है की इस बढ़ोतरी के बाद किसानों को डीएपी खाद पुराने रेट यानि 1350 रुपये प्रति बैग के हिसाब से मिलेगी।
Web Title : Relief to farmers: Government increased subsidy on DAP fertilizer by Rs 2501, know at what rate DAP will be available
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